भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव आया है। Hyundai और Kia ने Ola Electric में अपनी 3.09% हिस्सेदारी ₹689 करोड़ से अधिक में बेच दी है। इससे दोनों कंपनियों ने ओला Electric से अपने संबंध कम कर लिए हैं। यह कदम Electric वाहन बाजार में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है।
Hyundai investment in Ola Electric
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Hyundai और किआ ने भारत के EV बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए Ola Electric में निवेश किया था। ओला Electric भारत की प्रमुख इलेक्ट्रिक स्कूटर कंपनी है, जो तेजी से बढ़ रही है। Hyundai और Kia का यह निवेश उनके इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में आगे बढ़ने की योजना का हिस्सा था।
क्यों बेची हिस्सेदारी?
Hyundai और किआ ने अभी तक नहीं बताया कि उन्होंने अपनी हिस्सेदारी क्यों बेची। लेकिन जानकार कहते हैं कि यह उनकी योजना और बाजार की मुश्किलों की वजह से हो सकता है। साथ ही Ola Electric की बढ़ती जरूरतें भी इसका कारण हो सकती हैं।
ओला Electric के लिए इसका क्या मतलब है?

Ola Electric के लिए Hyundai और किआ का हिस्सा बेचना बड़ी बात नहीं है। कंपनी नए निवेशकों के साथ तेजी से बढ़ रही है और नए प्रोजेक्ट में निवेश कर पाएगी।
बाजार में बदलाव
Hyundai और किआ के फैसले से साफ है कि भारत का EV बाजार तेजी से बदल रहा है। कंपनियां नई रणनीति बना रही हैं और घरेलू ब्रांड विदेशी निवेशकों को प्रभावित कर रहे हैं।
भविष्य क्या लाएगा?
Hyundai और किआ ने भले ही ओला Electric में अपनी हिस्सेदारी बेची हो, लेकिन वे भारत में EV बनाने में अब भी सक्रिय हैं। यह Ola के लिए नई शुरुआत का मौका हो सकता है।
FAQs:
1. Hyundai और किआ ने ओला Electric में कितनी हिस्सेदारी बेची है?
दोनों कंपनियों ने कुल मिलाकर 3.09% हिस्सेदारी बेची है।
2. इस डील से Hyundai और Kia को कितना लाभ हुआ?
उन्होंने इस हिस्सेदारी की बिक्री से लगभग ₹689 करोड़ कमाए हैं।
3. क्या उन्होंने हिस्सेदारी बेचने की वजह बताई है?
नहीं, कंपनियों ने अभी तक कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया है।