भारत और UK के बीच होने वाले फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) से Rolls-Royce, Bentley और JLR जैसी लग्ज़री कारें अब भारत में सस्ती हो सकती हैं। ड्यूटी घटने से इन हाई-एंड गाड़ियों की कीमत काफी कम हो सकती है, जिससे लग्ज़री कार खरीदना पहले से आसान हो जाएगा।
FTA का असर कारों पर
भारत और UK के बीच FTA का मकसद दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाना है। इस समझौते के तहत इंपोर्टेड लग्ज़री कारों पर लगने वाली भारी कस्टम ड्यूटी को पहले साल में 100% से घटाकर 30% किया जाएगा। इससे कारें सस्ती होंगी और लोगों की पहुंच में आएंगी।
किन कार ब्रांड्स को मिलेगा फायदा?
इस डील से मुख्य रूप से ब्रिटिश मूल की लग्ज़री कंपनियाँ जैसे:
- Rolls-Royce
- Bentley
- Jaguar
- Land Rover (JLR)
को सीधा फायदा मिलेगा। इन कंपनियों की गाड़ियाँ भारत में पूरी तरह से इंपोर्ट होकर आती हैं, जिस कारण इन पर भारी कस्टम ड्यूटी लगती है और कीमतें आसमान छूती हैं।
ग्राहकों को क्या होगा फायदा?
FTA के लागू होने के बाद:
- इन कारों की कीमत में लाखों रुपये तक की कटौती हो सकती है।
- लग्ज़री कार खरीदने के इच्छुक ग्राहकों के लिए यह एक सुनहरा मौका बन सकता है।
- भारत में लग्ज़री कारों की सेल्स ग्रोथ और डिमांड में तेजी आने की संभावना है।
ऑटो इंडस्ट्री पर क्या पड़ेगा असर?
अभी तक लग्ज़री कारें भारत में सिर्फ चुनिंदा लोगों तक ही सीमित थीं, लेकिन कीमत घटने से अब ज्यादा लोग इन्हें खरीदने में दिलचस्पी दिखा सकते हैं। इससे इंटरनेशनल ब्रांड्स को भी भारत में अपने बिज़नेस को बढ़ाने का अच्छा मौका मिलेगा।
सरकार को क्या मिलेगा?
हालांकि सरकार को कुछ हद तक कस्टम ड्यूटी से मिलने वाला रेवेन्यू कम होगा, लेकिन बढ़ती बिक्री और ज्यादा रजिस्ट्रेशन से सरकार को अन्य स्रोतों से आय में इजाफा हो सकता है।
FAQs:
Q1. FTA क्या है?
FTA यानी Free Trade Agreement एक व्यापारिक समझौता होता है, जिसके तहत दो देशों के बीच आयात-निर्यात पर लगने वाले टैक्स (जैसे कस्टम ड्यूटी) को कम या खत्म किया जाता है।
Q2. FTA का फायदा लग्ज़री कारों पर कैसे होगा?
FTA लागू होने के बाद भारत में आयातित लग्ज़री कारों पर लगने वाली भारी ड्यूटी (100%) घटाकर पहले साल में सिर्फ 30% कर दी जाएगी, जिससे Rolls-Royce, Bentley और JLR जैसी कारें सस्ती हो जाएंगी।
Q3. कौन-कौन सी कार कंपनियाँ इससे प्रभावित होंगी?
मुख्य रूप से Rolls-Royce, Bentley, Jaguar Land Rover (JLR), Aston Martin, और अन्य UK आधारित लग्ज़री ब्रांड्स पर इसका असर होगा।